आधुनिक समय में जीवन शैली का यौगिक प्रबन्धन
Keywords:
जीवनशैली, योगाभ्यासAbstract
आधुनिक समय मं े प्रत्यके मनुश्य किसी न किसी रूप से शारीरिक, मानसिक विकारां े से ग्रस्त है और इन समस्याआंे का
एक कारण अनियमित जीवनषैली है इससे जीवन मंे संघर्ष एव ं तनाव बढ़ गया है और मनुष्य का खान-पान एवं रहन
सहन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मषीनों का विकास होने के कारण मानव का शारीरिक श्रम कम हो गया है तथा मानसिक
श्रम बढ़ गया है एक के निष्क्रिय होन े तथा दूसरे के अधिक सक्रिय होने से मानव स्वास्थ्य का सन्तुलन बिगड़ जाना
स्वाभाविक है। अनियमित जीवन शैली का एक प्रमुख कारण तकनीकी का दुरूपयागे , भौतिकता की प्रधानता, प्रतिस्पर्धा,
अति महत्वाकाक्ष्ं ाा, आर्थिक तृष्णा नैतिक मूल्यांे के अवहेलना है। स्वस्थ शरीर के बिना हम जीवन मंे सुख, समृद्धि एवं
सफलता प्राप्त नही ं कर सकते हंै आधुनिक जीवन शैली के कारण जो शारीरिक, मानसिक विकार उत्पन्न हा े रहे हैं इन
सबका निवारण यौगिक जीवन शैली के द्वारा ही सम्भव है। प्राचीन काल से भारतीय परम्परा में संयमित आहार विहार से
युक्त नियम पूर्वक जीवन यापन ही स्वस्थ जीवन का सर्वाेत्तम उपाय माना जाता है। यम, नियम अभ्यास से हमारे आन्तरिक
व वाह्य व्यक्तित्व संवरने लगता है। अतः यौगिक जीवनषैली एवं यौगिक तकनीकां े को अपने जीवन मंे शामिल करने से
आज की विकृत जीवनषलै ी से उत्पन्न शारीरिक, मानसिक समस्याआं े एवं विकृतियों से समाधान पा सकते हं ै इस प्रकार
योग एक समग्र चिकित्सा पद्धति है।
DOI: 10.5281/zenodo.10371849
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